>>>> हरड़- एक बहुमूल्य रसायन <<<<
<> हरड़ को पीसकर उसमे शहद मिलाकर चाटने से उल्टी आनी बंद हो जाती है|
<> हरड़ के टुकड़ों को चबाकर खाने से भूख बढ़ती है |
<> छोटी हरड़ को पानी में घिसकर छालों पर प्रतिदिन ०३ बार लगाने से मुहं के छाले नष्ट हो जाते हैं | इसको आप रात को भोजन के बाद भी चूंस सकते हैं |
<> रात को खाना खाने के बाद हरड़ चबा चबा कर खाने से पेट साफ़ हो जाता है और गैस कम हो जाती है |
<> हरड़ का चूर्ण एक चम्मच की मात्रा में दो किशमिश के साथ लेने से अम्लपित्त (एसिडिटी ) ठीक हो जाती है |
<> हरीतकी चूर्ण सुबह शाम काले नमक के साथ खाने से कफ ख़त्म हो जाता है |
<> हरड़ को पीसकर उसमे शहद मिलाकर चाटने से उल्टी आनी बंद हो जाती है|
<> हरड़ के टुकड़ों को चबाकर खाने से भूख बढ़ती है |
<> छोटी हरड़ को पानी में घिसकर छालों पर प्रतिदिन ०३ बार लगाने से मुहं के छाले नष्ट हो जाते हैं | इसको आप रात को भोजन के बाद भी चूंस सकते हैं |
<> रात को खाना खाने के बाद हरड़ चबा चबा कर खाने से पेट साफ़ हो जाता है और गैस कम हो जाती है |
<> हरड़ का चूर्ण एक चम्मच की मात्रा में दो किशमिश के साथ लेने से अम्लपित्त (एसिडिटी ) ठीक हो जाती है |
<> हरीतकी चूर्ण सुबह शाम काले नमक के साथ खाने से कफ ख़त्म हो जाता है |
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