Monday, 10 August 2015

13- Amrita




>>>अमृत तुल्य गुणों की खान अमृता(गिलोय)<<<
 
*इसके स्वरस में मधु मिलाकर सेवन से बल बढता है।

*सौठ चूर्ण के साथ लेने पर मंदाग्नि दूर होती है।


*इसके चूर्ण लेने से मूत्रा दाह दूर होकर मूत्रा सापफ आता है।

*इसकी जड का क्वाथ पिलाने से बारी से आने वाला ज्वर मिटता है।

* घृत के साथ सेवन करने से वात रोग मिटता है।

* गुड के साथ सेवन करने से कब्ज मिटती है।

* गिलोय, हरड, नागर मोथा चूर्ण को मधु के साथ सेवन करने से मेदो रोग(मोटापा चर्बी) मिटता है।

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