Sunday, 14 August 2011

मुझे वेद पुराण कुरान से क्या ?

मुझे सत्य का पाठ पढ़ा दे कोई ||

मुझे मंदिर मस्जिद जाना नहीं |

मुझे प्रेम का रंग चढ़ा दे कोई ||

जहाँ ऊँच या नीच का भेद नहीं |

जहाँ जात या पाँत की बात नहीं ||

न हो मंदिर मस्जिद चर्च जहाँ |

न हो पूजा नमाज़ में फर्क कहीं ||

जहाँ सत्य ही सार हो जीवन का |

रिधवार सिंगार हो त्याग जहाँ ||

जहाँ प्रेम ही प्रेम की सृष्टि मिले |

चलो नाव को ले चलें खे के वहाँ ||
 
 
 

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