Wednesday, 22 October 2014

06-ऐसी दिवाली मनाते हैं पूज्य बापूजी

~~~~~ ऐसी दिवाली मनाते हैं पूज्य बापूजी  ~~~~~

पूज्य बापू जी दिवाली के दिनों में घूम-घूम कर जाते हैं उन आदिवासियों के पास, उन गरीब, बेसहारा, निराश्रितों के पास जिनके पास रहने को मकान नहीं, पहनने को वस्त्र नहीं, खाने को रोटी नहीं ! कैसे मना सकते हैं ऐसे लोग दिवाली? लेकिन पूज्य बापू द्वारा आयोजन होता है विशाल भंडारों का, जिसमें ऐसे सभी लोगों को इकट्ठा कर मिठाइयाँ, फल, वस्त्र, बर्तन, दक्षिणा, अन्न आदि का वितरण होता है।

Tuesday, 21 October 2014

05-Laxmi Sadhana

~~~~~दीपावली पर लक्ष्मीप्राप्ति की सचोट साधना-विधि~~~

धनतेरस से आरंभ करें


सामग्रीः दक्षिणावर्ती शंख, केसर, गंगाजल का पात्र, धूप अगरबत्ती, दीपक, लाल वस्त्र।


विधिः साधक अपने सामने गुरुदेव व लक्ष्मी जी के फोटो रखे तथा उनके सामने लाल रंग का वस्त्र (रक्त कंद) बिछाकर उस पर दक्षिणावर्ती शंख रख दे। उस पर केसर से सतिया बना ले तथा कुमकुम से तिलक कर दे। बाद में स्फटिक की माला से मंत्र की 7 मालाएँ करे। तीन दिन तक ऐसा करना योग्य है। इतने से ही मंत्र-साधना सिद्ध हो जाती है। मंत्रजप पूरा होने के पश्चात् लाल वस्त्र में शंख को बाँधकर घर में रख दें। कहते हैं – जब तक वह शंख घर में रहेगा, तब तक घर में निरंतर उन्नति होती रहेगी।



मंत्रः ॐ ह्रीं ह्रीं ह्रीं महालक्ष्मी धनदा लक्ष्मी कुबेराय मम गृह स्थिरो ह्रीं ॐ नमः।

04- धनतेरस सन्देश ( Dhanteras Sandesh)



~~~~ धनतेरस सन्देश ~~~~

धन्वंतरि महाराज खारे-खारे सागर में से औषधियों के द्वारा शारीरिक स्वास्थ्य-संपदा से समृद्ध हो सके, ऐसी स्मृति देता हुआ जो पर्व है, वही है धनतेरस। यह पर्व धन्वंतरि द्वारा प्रणीत आरोग्यता के सिद्धान्तों को अपने जीवन में अपना कर सदैव स्वस्थ और प्रसन्न रहने का संकेत देता है।

धनतेरस के दिन यमराज को दो दीपक दान करना चाहिये | तुलसी के आगे एक दीपक रखना चाहिये, दरिद्रता मिटाने के नेक काम आता है

Monday, 20 October 2014

03 - गौ-पूजन से सौभाग्यवृद्धि (Prosperity through worship of cows)



~~~~ गौ-पूजन से सौभाग्यवृद्धि ~~~~~
(गोपाष्टमी पर्व  31 अक्टूबर 2014 )


कार्तिक शुक्ल अष्टमी को ‘गोपाष्टमी’ कहते हैं । यह गौ-पूजन का विशेष पर्व हैं । इस दिन प्रातरूकाल गायों को स्नान कराके गंध-पुष्पादि से उनका पूजन किया जाता है । इस दिन गायों को गोग्रास देकर उनकी परिक्रमा करें और थोड़ी दूर तक उनके साथ जायें तो सब प्रकार की अभीष्ट सिद्धि होती है । सायंकाल जब गायें चरकर वापस आयें, उस समय भी उनका आतिथ्य, अभिवादन और पंचोपचार-पूजन करके उन्हें हरी घास, भोजन आदि खिलाएं और उनकी चरणरज ललाट पर लगायें । इससे सौभाग्य की वृद्धी होती है ।

- Rishi Prasad



Saturday, 18 October 2014

02-ख़ास सर्दियों के लिए बुद्धिशक्तिवर्धक प्रयोग




ख़ास सर्दियों के लिए बुद्धिशक्तिवर्धक प्रयोग

> मालकंगनी (ज्योतिष्मती) उत्तम मेधावर्धक हैं | १ से १० बूँद मालकंगनी तेल बतासे पर डालकर खायें | ऊपर से गाय का दूध पियें | ४० दिन तक यह प्रयोग करने से ग्रहण व स्मृति शक्ति में लक्षणीय वृद्धि होती है | इन दिनों में उष्ण, तीखे, खट्टे पदार्थों का सेवन न करें | दूध व घी का उपयोग विशेष रूप से करें |

> बादाम बौद्धिक, शारीरिक शक्ति व नेत्रज्योति वर्धक हैं | रात को ४ बादाम पानी में भिगो दें | सुबह छिलके उतार के जैसे हाथ से चंदन घिसते हैं, इस तरह घिस के दूध में मिलाकर सेवन करें | इस प्रकार से घिसा हुआ १ बादाम १० बादाम की शक्ति देता है | बालकों के लिए १ से २ बादाम पर्याप्त हैं |

प्रतिदिन मोरारजी देसाई गिनकर सात काजू खाते थे | इससे अधिक बादाम या काजू खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं | इससे गुर्दे (किडनी) और यकृत (लीवर) कमजोर हो जाते हैं | बिना भिगोये अथवा बिना छिलके उतारे बादाम खाने से पाचनतंत्र पर अधिक जोर पड़ता है |

> काले तिल मस्तिष्क व शारीरिक दुर्बलता को दूर करते हैं | १० ग्राम काले तिल सुबह खूब चबा-चबाकर खायें | ऊपर से ठंडा पानी पियें | बाद में २ – ३ घंटे तक कुछ न खायें | इससे शरीर को खूब पोषण मिलेगा | दाँत व केश भी मजबूत बनेगें | (पित्त प्रकृति के लोग यह प्रयोग न करें )

> ५० – ५० ग्राम गुड और अजवायन को अच्छी तरह कूटकर ६ – ६ ग्राम की गोलियाँ बना लें | प्रात: सायं एक-एक गोली पानी के साथ लें | एक सप्ताह में ही शरीर पर फैले हुए शीतपित्त के लाल चकत्ते दूर हो जाते हैं |

 - Rishi Prasad

Thursday, 16 October 2014

01-Time to rejuvenate physical strength(बलप्रदायक प्रयोग )

 ~~~~~~~ बलप्रदायक प्रयोग ~~~~~

रात को ५० ग्राम देशी चने पानी में भिगो दें | सुबह उनमे हरा धनिया, पालक, गाजर, पत्तागोभी, मूली सब कच्चे ही काट के दाल दें | इसमें पिसी हुई काली मिर्च व सेंधा नमक मिलाकर नींबू निचोड़ दें | इस नाश्ते के रूप में खूब चबा-चबाकर खायें | दोपहर के भोजन के बाद पके हुए १ – २ केले खायें | यह प्रयोग पुरे शीतकाल में करने से शरीर पुष्ट, सुडौल व बलवान बनता है | रक्त की भी वृद्धि होती है |

एक चम्मच मक्खन, उतनी ही पिसी मिश्री व एक चुटकी पिसी हुई काली मिर्च को खूब मिलाकर चाट लें | ऊपर से कच्चे नारियल (अष्टमी को नारियल न खायें) के २ – ३ टुकड़े व थोड़ी –सी सौंफ खा लें | बाद में १ कप गर्म दूध पियें | इसे और पौष्टिक बनाने के लिए २ – ३ बादाम रात को पानी में भिगोकर सुबह चंदन की तरह घिस के मक्खन –मिश्री में मिलाकर लें |

- Rishi Prasad

Tuesday, 14 October 2014

Kesharyukta Chyawanprash

 ~~~ अच्युताय च्यवनप्राश केशर(Achyutaya Kesharyukta Chyawanprash) ~~~~


सुवर्ण,चाँदी,लोह व् ताम्र सिद्ध जल में उबले हुए वीर्यवान
आँवलो में 56 बहुमूल्य जड़ी-बूटियों के साथ हिमालय से
लायी गयी दिव्यौषधि वज्रबला तथा चाँदी,लोह,बंग व
अभ्रक भष्म एवं शुद्ध केसर मिलाकर गाय के घी में आश्रम
के पवित्र वातावरण में वैदिक मन्त्रोच्चार के साथ इस रसायन
को बनाया गया है ।नैसर्गिक जीवन तत्वों व शक्तिशाली
खनिज द्रव्यों से भरपूर होने के कारण यह शरीर की समस्त
आवश्यकताओं की पूर्ति व कोशिकाओं का नवनिर्माण करता
है ।इस च्यवनप्राश का सेवन स्वस्थ या रुग्ण, युवक, वृद्ध,
दुर्बल, स्त्रीसंभोग से क्षीण, श्वास, राजयक्ष्मा,ह्रदयरोग से
पीड़ित सभी लोग सब ॠतुओं में कर सकते है ।

आश्रम के संतो व आयुर्वेदाचार्यो दवारा
परीक्षणों के बाद इस अद्वितीय व अमूल्य
च्यवनप्राश का निर्माण किया गया है ।

बुद्धि, तेज, वीर्य, उत्साह, प्रसन्नता को
बढाकर, नवचेतना प्रदान करता है ।
बुढ़ापा दूर होकर चिरयौवन,दीर्घायु की
प्राप्ति व रोगों से सुरक्षा होती है ।

यह ह्रदय,यकृत, व फेफडों को
बल प्रदान कर शरीर को हष्ट-पुष्ट
व शक्तिशाली बनाता है ।  


(1)Product Name :-  Achyutaya Kesharyukta Chyawanprash
(2)Quantity :- 1000 gm. / 500 gm.
(3)Direction For Use :- 1 to 2 t.s.f. once or twice a day on empty stomach ( Dose depends upon age, weight & illness of the individuals) OR as directed by physician. 
(4)Benefits :- By virtue of keshar & powerful bhasma specially useful for persons with heavy mental work, weakness, anaemia, spermatorrhoea, night fall, sexual dysfunction etc.
             By using this divine rasayan Old Chyawan Rushi regained youth.
           It improves & maintains youth, memory, grasping power, skin glow, physical strength.
           Useful in chronic deabilitating diseases, T.B., chronic respiratory tract disorders, malnourished & thin built individuals.
          Useful in male & female infertility. The best health booster for daily use in all age group.
(5) Main Ingredients :- Saffron(keshar), Emblica officinalis(amla), Boerhaavia Diffusa(punarnava) and more than 56 divine medicine from himalaya.

Monday, 13 October 2014

Trifla Churna


 ~~~~~~ अच्युताय त्रिफला चूर्ण(Achyutaya Trifla Churna)  ~~~~~~~

लाभ : आँखों की सुजन, लालिमा,दृष्टीमांद्द,कब्ज,पांडूरोग, डायबिटीज,मूत्ररोग,त्वचा-विकार, जीर्णज्वर एवं पीलिया में लाभप्रद

मात्रा :
कब्ज के लिए रात को सोते समय 2 से 6 ग्राम
की मात्रा में गुनगुने या सादे पानी से ले
नेत्ररोग : आँखों की सुजन, लालिमा, व दृष्टीमांद्द,
में 50 मी.ली. पानी में 2 ग्राम चूर्ण दो घंटे
भिगोकर रखे बाद में छानकर उस पानी में
2-3 मिनिट तक आँखों की पलकें झपकायें

Sunday, 12 October 2014

Hair Care



~~~~~~ अच्युताय केश पोषक(Achyutaya Natural Hair- Care)  ~~~~~

बालों के लिए उत्तम टॉनिक ।

बालों को झड़ने  से रोककर,रूसी मिटाकर बालों को मुलायम ,काला मजबूत व लंबा बनाता है।


(1)Product Name :- Natural Hair- Care
(2)Quantity :- 100 ml.
(3)Direction For Use :- Gently apply at the hair root over the scalp. Keep for 15 to 20 minutes & then apply hair oil.
(4)Benefits :- Useful in premature graying of hairs, alopecia, seborrhic dermatitis of scalp, thin & spares hairs. Increases glow, strength & thickness of hairs & strengthen hair root.
(5)Main Ingredientns :-  Emblica officinalis(amla), Nardostachys jatamansi(jatamansi), etc.

Friday, 10 October 2014

Kosth Shuddhhi Kalp



 ~~~~~~~ अच्युताय कोष्ठ शुद्धि कल्प(Achyutaya Kosth Shuddhhi Kalp Tablet) ~~~~~


यह कल्प पेट के साथ प्रमुख अंगों जैसे लीवर ,किडनी ,प्लीहा,जठर तथा आंतो को साफ कर उसकी कार्य क्षमता बढाता है।

(1)Product Name :- Achyutaya Kosth Shuddhhi  Tablet
(2)Quantity :- 50 g.

(3)Direction For Use :- 2 to 3 tab. morning empty stomach with lukewarmwater.( Dose depends upon age, weight & illness of the individuals). OR as directed by physician.
        Note :- Do not take milk 2 hr. before & 2 hr. after medicine.
 (4)Benefits :- Kosth shudhdhi means removing unwanted waste products from stomach, intestine, liver, spleen & blood.
             Useful in abdominal pain, sprue, diarrhoea, dysentery, piles,fistula, constipation etc.
             Also useful in cough, asthma,chronic lung disease of children viz. allergic bronchitis, whooping cough etc.,  nocturia in children, eosinophilia, periodic recurrent fever etc.

(5) Main Ingredients :- Emblica ribes(vidang), Holarrhena antidysenterica(indrayav), ocimum sanctum (Tulsi Beej ) etc.

Thursday, 9 October 2014

Malham


 ~~~~~~~~ अच्युताय मलहम (Achyutaya Malham) ~~~~~~~~


पैरों की कटी-फटी एड़ियों एवं दाद,खाज  खुज़ली के लिए अत्यधिक लाभप्रद है ।

(1)Product Name :-  Achyutaya Malham
(2)Quantity :- 50 g.
(3)Direction For Use :- Apply locally twice or thrice in a day  over the affected part gently.
(4)Benefits :- Useful in cracked soles, eczema, ring worm(tinea cruris), scabies etc.
(5)Main Ingredients :- Azadirachta Indica (Neem), Borex(tankan), Sulphur(gandhak), oil base q.s.

Sunday, 5 October 2014

Ojasvi Peya


अच्युताय ओजस्वी पेय (Achyutaya Ojasvi Peya)

बल, बुद्धि एवं पाचन वर्धक

पाचनशक्तिवर्धक, कफ व पित्त शामक,स्मृतिवर्धक,कंठ एवं रक्तशुद्धिकर तथा हृदयरोग बहुमूत्रता में विशेष लाभदायक है ।

चाय-कॉफी के स्थान पर.....ओजस्वी चाय

 (1)Product Name :- Achyutaya  Ojasvi Chay
(2)Quantity :- 200 g.
 (3)Direction For Use :- Add 5 g. of powder in 150 ml. of water. Boil still it reduces to half . Then add equal quantity of milk & sugar as per requirement preferably.
(4)Benefits :- Daily use improve digestive power, memory, heart function, purifies blood, remove unwanted respiratory secretions, normalizes blood cholesterol & blood pressure.
               By these action useful in poor apetite, constipation, lack of concentration, poor memory, excess sleep, headache, migraine, running nose, cough, bronchitis, asthma, heart diseases, blood impurities & related skin diseases etc.


(5) Main Ingredients :-  Cinnamomum cassia(tejpatta), zingiber officinale(sunthi), convolvulus pluricaulis(shankhpushpi),  Bacopa monieri(brahmi) etc.

(यह ओजस्वी पेय सभी संत श्री आसारामजी आश्रमों व श्री योग वेदान्त समिति के सेवा केन्द्रों पर उपलब्ध है।)

Saturday, 4 October 2014

Hriday Sudha Syrup



अच्युताय हृदयसुधा सिरप (Achyutaya Hriday Sudha Syrup)

क्या आपको हृदय रोग है ? डाँक्टर ने ऐन्जियोग्राफी या बायपास सर्जरि करने को कहा है ?कराने से पहले इस दवा का प्रयोग अवश्य करें,ईश्वर कृपा से आपको जरूर लाभ होगा तथा हृदय की तरफ जाने वालि तमाम रक्त वाहिनियाँ खुल जायेंगी ।


लाभ-समस्त प्रकार के हृदयरोग,कोलेस्ट्रोल,हार्ट-अटैक व नस-नाडियों के अवरोध,हृदय की धडकन हेतु विशेष लाभदायक है ।

Friday, 3 October 2014

Dant Suraksha Toothpaste



 अच्युताय दन्त सुरक्षा टूथपेस्ट(Achyutaya Dant Suraksha Toothpaste)


 दाँतों के लिये उपयोगी विशिष्ट औषधियों से बना यह अच्युताय दंत सुरक्षा टूथ पेस्ट आपके दाँतों को संपूर्ण सुरक्षा प्रदान करता है ।यह दातों को साफ करता है एवं मसूड़ों को मजबूत रखता है ।
इसके नियमित  उपयोग से मसूड़ों की सुजन , मसूड़ों से खून निकलना ,दातों का दर्द ,दातों का हिलना ,दातों की सडन आदि दंत रोगों से रक्षा होती है ।


Benefits :- Achyutaya Dant Suraksha Toothpaste contains special herbal extracts which reduce tooth sensitivity against cold, heat , acids, sweets etc, remove tartar & plaque and cleans your teeth, freshens your breath & strengthen your gums. Regular use prevents gingivitis, bleeding gums, dental cavities, toothache, mobility of teeth & other common dental problems.
Direction For Use :- Brush Thoroughly Twice a Day, or As Directed by Dentist or Physician. Children under 6 year of age should have adult supervision and use only a pea sized amount. Do not swallow.
Main Ingredients :- Sorbitol Cmc, Calcium Carbonate , Silica Ppt, Glycerin,Zinc Citrate, Sodium Benzoate, Flavour & Dm water.

Monday, 29 September 2014

Special Malish Tel

अच्युताय स्पेशल मालिश तेल (Achyutaya Special Malish Tel)


जोड़ों के दर्द के लिए उत्तम तेल ।
अंदरुनी चोट ,मुढमार,पैर मे  मोच आना आदि में हल्के हाथ से मालिश करके गरम कपडे से सेंकने पर शीघ्र लाभ होता है।


(1)      Product Name :- Achyutaya Sp. Malish Tel
(2)        Quantity :- 200 ml. / 100 ml.

(3)        Direction For Use :- Gently massage with lukewarm oil over the affected part followed by sudation using warm cloth/hot water bag. OR as directed by physician.
(4)        Benefits :- Useful in traumatic mascular  & joints pain, contusion, muscle spasm etc.

(5)        Main Ingredients :- 
(1) Brassica Campestris (Sarson tel)                                                                                        
(2) Sulphur (Gandhak )
(3) Eucalyptus Globulus (Nilgiri Tel)                                   
(4) Cinnamomum Camphora
(Kapoor )

Rasayan Tablet



अच्युताय रसायन टेबलेट(Achyutaya Rasayan Tablet)


लाभ : आयुर्वेद के अनुसार 40 साल की उम्र के बाद निरोग
एवं दीर्घ आयुष्य के लिए रसायन का सेवन करना चाहिए ।
यह शक्ति,स्फूर्ति व ताजगी देनेवाला, बीमारियों का नाश
करनेवाला एवं वृद्धावस्था को दूर रखनेवाला है । यह
जीर्णज्वर,वीर्यदोष,मूत्र-सबंधी विकार, स्वप्नदोष में
अत्यंत लाभदायी है बढती उम्र के साथ आनेवाली कमजोरी
एवं बीमारियों से यह रक्षा करता है ।
मात्रा व सेवनविधि : 2 से 3 गोलियाँ दूध, घी, शहद या
पानी के साथ ले सुबह दातुन के बाद चूसकर सेवन करेने
से विशेष लाभ होता है ।

(1)Product Name :- Achyutaya Rasayan Tablet
(2)Quantity :- 50 g.
(3)Direction For Use :- 2 to 3 tab. morning empty stomach with 1 t.s.f.ghee + ½ t.s.f. honey / milk. ( Dose depends upon age, weight & illness of the individuals). OR as directed by physician.
(4)Benefits :- Rasayan Tablet protect from the disease and delayed aging &  improve immunity.
              Very Useful in disease of genito-urinary tract. viz.
         (1)Maintain vitality of surviving neurons in CRF.
         (2)Improves recovery in ARF & prevents progression   to CRF.
         (3)Glomerulonephritis.
         (4)Prevents reccurence in chronic & recurrent UTI.
         (5)Decrease irritative symptoms in BEP (Benign  Enlargement of Prostate).
         (6)Useful in detruser instability.
         (7)Useful in night fall, spermatorrhoea etc.
(5)Main Ingredients :- Emblica officinalis(amla), Tinospora cordifolia(Giloy)  etc.






Saturday, 27 September 2014

Achyutaya Dant Manjan

अच्युताय दंतमंजन लाल(Achyutaya Dant Manjan)

स्वस्थ, सफेद,तथा मजबूत दाँतों हेतु ।
लाभ:- दाँतों को सफेद व मजबूत
बनाता है ।दाँतों का दर्द,मसूढों से होने
वाला रक्त-पूयस्राव,दुर्गंध व मैल को
दूर करता है।मुँह में लिप्त कफ को
दूर कर रूचि को बढाता है । 

(1)Product Name :- Dant Manjan
(2)Quantity :- 100 g./ 30 g.
(3)Direction For Use :- By using finger or brush gently clean teeth once or twice a day.
(4)Benefits :- Daily use keeps natural strength & colour of teeths. Prevents & cures dental carries, gingivitis, halitosis, pyorrhea, bleeding from gums, removes bad taste from mouth etc.  
(5)Main Ingredients :-      Terminalia chebula (Harad), Terminalia belerica (Baheda), Emblica officinalis (Amla) Glycerrhiza glabra(Yastimadhu), Trikatu, Borex(tankan)
etc.

Monday, 15 September 2014

अच्युताय कफ सिरप(Achyutaya Cough Syrup)


 अच्युताय कफ सिरप(Achyutaya Cough Syrup)


सभी प्रकार के श्वासनली के विकार ,सर्दी खांसी ,दमा तथा सूखी खांसी में अत्यंत लाभकारी ,



(1)Product Name :- Achyutaya  Cough Syrup


(2)Quantity :- 100 ml.


(3)Direction For Use :- 1 to 2 t.s.f. twice a day ( Dose depends upon age, weight & illness of the individuals). OR as directed by physician.


(4)Benefits :-  Useful in dry cough, productive cough, asthma, chronic obstructive lung disease viz. bronchitis, emphysema etc., allergic cough, interstitial lung disease. Etc.


(5)Main Ingredients :- Adhatoda vasica(ardusi), Curcuma longa(haldi), Glycerrhiza glabra(Yastimadhu) etc.

आकर्ण धनुरासन

 आकर्ण धनुरासन – 

इस आसन में शरीर की स्थिति ऐसी दिखती है जैसे कोई धनुष की प्रत्यंचा को कान तक खींचकर लक्ष्य को बेधना चाहता हो, इसलिए इस आसन का नाम ‘आकर्ण धनुरासन’ है |

लाभ : १) विद्यार्थियों तथा अधिक लेखन-कार्य करनेवालों के लिए यह आसन वरदानस्वरुप हैं |
       २) हाथ-पैर व गर्दन के जोड़ों तथा स्नायु और मेरुदंड का उचित व्यायाम हो जाता है और वे सशक्त बनते हैं तथा शरीर लचीला होता है |

३) पेट और सीने का हलका व्यायाम होता है तथा उनके दोष दूर होते हैं |
४) खाँसी, दमा और क्षय (टी.बी.) में लाभ होता हैं |
५) फेफड़े मजबूत बनते हैं और सीने का विकास होता है |
६) कमर का दर्द, गले की तकलीफ, अपच, कब्ज, बगल (काँख) की ग्रन्थि, संधिवात, पैरों की पीड़ा आदि में लाभ होता है |
७) स्रियों की मासिक धर्म की अनियमितता, गर्भाशयसंबंधी शिकायतें और पेडू की पीड़ा दूर होती है |

विधि :

 जमीन पर पैर सीधे फैलाकर बैठ जाये | फिर बाये हाथ से दाये पैर का अंगूठा और दायें हाथ से बायें पैर का अंगूठा पकड़ें | दायें हाथ की कुहनी को धीरे-धीरे पीछे की ओर खींचते हुये बायाँ पैर मोडकर उसके अँगूठे को दायें कान तक ले आयें | हाथ की मडी हुई कुहनी सिर के ऊपर की ओर होनी चाहिए | दायाँ पैर सीधा रहे | श्वास कुछ देर रोककर धीरे-धीरे छोड़ें | इसी प्रकार दुसरे पैर से भी करें |


सावधानी: यदि पैर, कुल्हे और पेट में किसी प्रकार का गम्भीर रोग हो तो इस आसन को न करें |


  -ऋषिप्रसाद

दिमागी ताकत व तरावट लानेवाला योग


 दिमागी ताकत व तरावट लानेवाला योग


लाभ : यह योग शरीर के लिए तो पौष्टिक है ही, साथ ही दिमागी ताकत और तरावट के लिए भी बहुत गुणकारी है | विद्यार्थियों के लिए यह नुस्खा विशेष लाभदायी है |

विधि : ५०० ग्राम बबूल की गोंद शुद्ध घी में तलें व फुल जाने पर निकाल के बारीक़ पीस लें | इसमें बराबर मात्रा में पिसी मिश्री मिला लें | २५० ग्राम बीज निकाला हुआ मुनक्का और १०० ग्राम बादाम की गिरी दोनों को कूट-पीसकर इसमें मिला लें |

मात्रा : सुबह नाश्ते के रूप में इसे २ चम्मच अर्थात लगभग २० – २५ ग्राम खूब चबा-चबाकर खायें | फिर एक गिलास मीठा दूध घूँट –घूँट करके पी लें |

ध्यान दें : अच्छी तरह खुलकर भूख लगने पर ही भोजन करें |

- लोक कल्याण सेतु

Sunday, 14 September 2014

स्वास्थ्य के लिए हानिकर : रात्रि - जागरण

 स्वास्थ्य के लिए हानिकर : रात्रि - जागरण

‘प्रोसीडिंग्स ऑफ़ द नेशनल एकेडमी ऑफ़ साइंसेस’ पत्रिका में प्रकाशित एक ब्रिटिश अध्ययन के अनुसार रात्रि – जागरण हमारे शरीर के डीएनए को गम्भीर नुकसान पहुँचाता है | डीएनए हमारी कोशिकाओं के केंद्र में मौजूद वह महत्त्वपूर्ण तत्त्व जानकारी होती है | जैसे – हमारे बालों का रंग, आँखों का रंग क्या होगा या हमें कौन-सी बीमारियाँ हो सकती है ?

सर्री विश्वविद्यालय (इंग्लैंड) में शोधकर्ताओं ने २२ स्वास्थ लोगों का विशलेषण किया और उनके सोने के समय में लगातार ३ दिनों तक ४ घंटे की देरी की | शोधकर्ताओं ने यह पाया कि सभी २२ लोगों के जीन्स की लय को गहरा नुकसान पहुँचा है | ९७% से अधिक जीन्स जो पहले तालबद्ध थे, सोने का समय बदलने से अपनी लय खो चुके थे | ये जीन्स हमारे डीएनए का ६% हिस्सा होते हैं और बिमारियों के खिलाफ हमारे शरीर के रक्षाकवच का काम करते हैं | शोधकर्ताओं ने नतीजा निकाला कि लम्बे समय तक रात में काम करना शरीर के लिए गम्भीर स्वास्थ्य – समस्याएँ पैदा कर सकता है |

-लोक कल्याण सेतु