Monday 29 September 2014

Special Malish Tel

अच्युताय स्पेशल मालिश तेल (Achyutaya Special Malish Tel)


जोड़ों के दर्द के लिए उत्तम तेल ।
अंदरुनी चोट ,मुढमार,पैर मे  मोच आना आदि में हल्के हाथ से मालिश करके गरम कपडे से सेंकने पर शीघ्र लाभ होता है।


(1)      Product Name :- Achyutaya Sp. Malish Tel
(2)        Quantity :- 200 ml. / 100 ml.

(3)        Direction For Use :- Gently massage with lukewarm oil over the affected part followed by sudation using warm cloth/hot water bag. OR as directed by physician.
(4)        Benefits :- Useful in traumatic mascular  & joints pain, contusion, muscle spasm etc.

(5)        Main Ingredients :- 
(1) Brassica Campestris (Sarson tel)                                                                                        
(2) Sulphur (Gandhak )
(3) Eucalyptus Globulus (Nilgiri Tel)                                   
(4) Cinnamomum Camphora
(Kapoor )

Rasayan Tablet



अच्युताय रसायन टेबलेट(Achyutaya Rasayan Tablet)


लाभ : आयुर्वेद के अनुसार 40 साल की उम्र के बाद निरोग
एवं दीर्घ आयुष्य के लिए रसायन का सेवन करना चाहिए ।
यह शक्ति,स्फूर्ति व ताजगी देनेवाला, बीमारियों का नाश
करनेवाला एवं वृद्धावस्था को दूर रखनेवाला है । यह
जीर्णज्वर,वीर्यदोष,मूत्र-सबंधी विकार, स्वप्नदोष में
अत्यंत लाभदायी है बढती उम्र के साथ आनेवाली कमजोरी
एवं बीमारियों से यह रक्षा करता है ।
मात्रा व सेवनविधि : 2 से 3 गोलियाँ दूध, घी, शहद या
पानी के साथ ले सुबह दातुन के बाद चूसकर सेवन करेने
से विशेष लाभ होता है ।

(1)Product Name :- Achyutaya Rasayan Tablet
(2)Quantity :- 50 g.
(3)Direction For Use :- 2 to 3 tab. morning empty stomach with 1 t.s.f.ghee + ½ t.s.f. honey / milk. ( Dose depends upon age, weight & illness of the individuals). OR as directed by physician.
(4)Benefits :- Rasayan Tablet protect from the disease and delayed aging &  improve immunity.
              Very Useful in disease of genito-urinary tract. viz.
         (1)Maintain vitality of surviving neurons in CRF.
         (2)Improves recovery in ARF & prevents progression   to CRF.
         (3)Glomerulonephritis.
         (4)Prevents reccurence in chronic & recurrent UTI.
         (5)Decrease irritative symptoms in BEP (Benign  Enlargement of Prostate).
         (6)Useful in detruser instability.
         (7)Useful in night fall, spermatorrhoea etc.
(5)Main Ingredients :- Emblica officinalis(amla), Tinospora cordifolia(Giloy)  etc.






Saturday 27 September 2014

Achyutaya Dant Manjan

अच्युताय दंतमंजन लाल(Achyutaya Dant Manjan)

स्वस्थ, सफेद,तथा मजबूत दाँतों हेतु ।
लाभ:- दाँतों को सफेद व मजबूत
बनाता है ।दाँतों का दर्द,मसूढों से होने
वाला रक्त-पूयस्राव,दुर्गंध व मैल को
दूर करता है।मुँह में लिप्त कफ को
दूर कर रूचि को बढाता है । 

(1)Product Name :- Dant Manjan
(2)Quantity :- 100 g./ 30 g.
(3)Direction For Use :- By using finger or brush gently clean teeth once or twice a day.
(4)Benefits :- Daily use keeps natural strength & colour of teeths. Prevents & cures dental carries, gingivitis, halitosis, pyorrhea, bleeding from gums, removes bad taste from mouth etc.  
(5)Main Ingredients :-      Terminalia chebula (Harad), Terminalia belerica (Baheda), Emblica officinalis (Amla) Glycerrhiza glabra(Yastimadhu), Trikatu, Borex(tankan)
etc.

Monday 15 September 2014

अच्युताय कफ सिरप(Achyutaya Cough Syrup)


 अच्युताय कफ सिरप(Achyutaya Cough Syrup)


सभी प्रकार के श्वासनली के विकार ,सर्दी खांसी ,दमा तथा सूखी खांसी में अत्यंत लाभकारी ,



(1)Product Name :- Achyutaya  Cough Syrup


(2)Quantity :- 100 ml.


(3)Direction For Use :- 1 to 2 t.s.f. twice a day ( Dose depends upon age, weight & illness of the individuals). OR as directed by physician.


(4)Benefits :-  Useful in dry cough, productive cough, asthma, chronic obstructive lung disease viz. bronchitis, emphysema etc., allergic cough, interstitial lung disease. Etc.


(5)Main Ingredients :- Adhatoda vasica(ardusi), Curcuma longa(haldi), Glycerrhiza glabra(Yastimadhu) etc.

आकर्ण धनुरासन

 आकर्ण धनुरासन – 

इस आसन में शरीर की स्थिति ऐसी दिखती है जैसे कोई धनुष की प्रत्यंचा को कान तक खींचकर लक्ष्य को बेधना चाहता हो, इसलिए इस आसन का नाम ‘आकर्ण धनुरासन’ है |

लाभ : १) विद्यार्थियों तथा अधिक लेखन-कार्य करनेवालों के लिए यह आसन वरदानस्वरुप हैं |
       २) हाथ-पैर व गर्दन के जोड़ों तथा स्नायु और मेरुदंड का उचित व्यायाम हो जाता है और वे सशक्त बनते हैं तथा शरीर लचीला होता है |

३) पेट और सीने का हलका व्यायाम होता है तथा उनके दोष दूर होते हैं |
४) खाँसी, दमा और क्षय (टी.बी.) में लाभ होता हैं |
५) फेफड़े मजबूत बनते हैं और सीने का विकास होता है |
६) कमर का दर्द, गले की तकलीफ, अपच, कब्ज, बगल (काँख) की ग्रन्थि, संधिवात, पैरों की पीड़ा आदि में लाभ होता है |
७) स्रियों की मासिक धर्म की अनियमितता, गर्भाशयसंबंधी शिकायतें और पेडू की पीड़ा दूर होती है |

विधि :

 जमीन पर पैर सीधे फैलाकर बैठ जाये | फिर बाये हाथ से दाये पैर का अंगूठा और दायें हाथ से बायें पैर का अंगूठा पकड़ें | दायें हाथ की कुहनी को धीरे-धीरे पीछे की ओर खींचते हुये बायाँ पैर मोडकर उसके अँगूठे को दायें कान तक ले आयें | हाथ की मडी हुई कुहनी सिर के ऊपर की ओर होनी चाहिए | दायाँ पैर सीधा रहे | श्वास कुछ देर रोककर धीरे-धीरे छोड़ें | इसी प्रकार दुसरे पैर से भी करें |


सावधानी: यदि पैर, कुल्हे और पेट में किसी प्रकार का गम्भीर रोग हो तो इस आसन को न करें |


  -ऋषिप्रसाद

दिमागी ताकत व तरावट लानेवाला योग


 दिमागी ताकत व तरावट लानेवाला योग


लाभ : यह योग शरीर के लिए तो पौष्टिक है ही, साथ ही दिमागी ताकत और तरावट के लिए भी बहुत गुणकारी है | विद्यार्थियों के लिए यह नुस्खा विशेष लाभदायी है |

विधि : ५०० ग्राम बबूल की गोंद शुद्ध घी में तलें व फुल जाने पर निकाल के बारीक़ पीस लें | इसमें बराबर मात्रा में पिसी मिश्री मिला लें | २५० ग्राम बीज निकाला हुआ मुनक्का और १०० ग्राम बादाम की गिरी दोनों को कूट-पीसकर इसमें मिला लें |

मात्रा : सुबह नाश्ते के रूप में इसे २ चम्मच अर्थात लगभग २० – २५ ग्राम खूब चबा-चबाकर खायें | फिर एक गिलास मीठा दूध घूँट –घूँट करके पी लें |

ध्यान दें : अच्छी तरह खुलकर भूख लगने पर ही भोजन करें |

- लोक कल्याण सेतु

Sunday 14 September 2014

स्वास्थ्य के लिए हानिकर : रात्रि - जागरण

 स्वास्थ्य के लिए हानिकर : रात्रि - जागरण

‘प्रोसीडिंग्स ऑफ़ द नेशनल एकेडमी ऑफ़ साइंसेस’ पत्रिका में प्रकाशित एक ब्रिटिश अध्ययन के अनुसार रात्रि – जागरण हमारे शरीर के डीएनए को गम्भीर नुकसान पहुँचाता है | डीएनए हमारी कोशिकाओं के केंद्र में मौजूद वह महत्त्वपूर्ण तत्त्व जानकारी होती है | जैसे – हमारे बालों का रंग, आँखों का रंग क्या होगा या हमें कौन-सी बीमारियाँ हो सकती है ?

सर्री विश्वविद्यालय (इंग्लैंड) में शोधकर्ताओं ने २२ स्वास्थ लोगों का विशलेषण किया और उनके सोने के समय में लगातार ३ दिनों तक ४ घंटे की देरी की | शोधकर्ताओं ने यह पाया कि सभी २२ लोगों के जीन्स की लय को गहरा नुकसान पहुँचा है | ९७% से अधिक जीन्स जो पहले तालबद्ध थे, सोने का समय बदलने से अपनी लय खो चुके थे | ये जीन्स हमारे डीएनए का ६% हिस्सा होते हैं और बिमारियों के खिलाफ हमारे शरीर के रक्षाकवच का काम करते हैं | शोधकर्ताओं ने नतीजा निकाला कि लम्बे समय तक रात में काम करना शरीर के लिए गम्भीर स्वास्थ्य – समस्याएँ पैदा कर सकता है |

-लोक कल्याण सेतु